मुजफ्फरपुर, जून 8 -- मुजफ्फरपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। केस में नाम जोड़ने और हटाने के खेल पर पुलिस मुख्यालय की नजर है। इसको लेकर डीजीपी सख्त हैं। उन्होंने सभी जिलों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि पर्यवेक्षी पदाधिकारी 15 दिनों के भीतर केस में अभियुक्त तय करें। ताकि, जांच के नाम पर लोगों को अनावश्यक रूप से परेशान करने और भयादोहन की गुंजाइश न बचे। डीजीपी को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि डीएसपी व इंस्पेक्टर स्तर के पर्यवेक्षी अधिकारी केस में अभियुक्तों के नाम डालकर उन्हें महीनों तक लटकाए रखते हैं। इन मामलों में या तो फैसला नहीं लिया जाता या फिर जानबूझकर देरी की जाती है। इससे नामजद व्यक्ति पुलिस कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर होते हैं। इस दौरान उनको डराने-धमकाने और धन उगाही के मामले होते हैं। बताया जा रहा है कि जांच की प्रक्रिया का सहारा लेकर...
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