गंगापार, अगस्त 29 -- देश की प्रतिष्ठित बैंक में बचत खाता है और उस बचत खाते में पैसा भी मौजूद है। लेकिन हजारों खाताधारक ऐसे हैं, जो ना तो अपना पैसा निकाल पा रहे हैं और न ही किसी अन्य खाते में रकम ट्रांसफर कर पा रहे हैं। कारण साफ है कि उनका खाता सक्रिय नहीं है। केवाईसी न होने के कारण ऐसे हजारों खातों को बट्टे खाते में डाल दिया गया है। बैंक ऑफ़ बड़ौदा की लालगोपालगंज शाखा में करंट व चालू खाता धारकों की संख्या एक लाख के ऊपर है। नगर पंचायत लालगोपालगंज में स्थित इस शाखा में कस्बे के अलावा आसपास के दर्जनों गांव के लोगों का बचत खाता चलता है। बैंक के अनुसार इन खातों की संख्या एक लाख के ऊपर है। बैंक के द्वारा समय-समय पर बैंक खातों की केवाईसी करवाई जाती है। यह प्रकिया प्रत्येक खाते की 10 वर्ष में एक बार दोहराई जाती है। ऐसे में केवाईसी का कार्य अनवरत ...