नई दिल्ली, सितम्बर 30 -- पूर्व थलसेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि भारत अपनी रणनीतिक स्वायत्तता की नीति पर अडिग रहेगा और किसी भी देश के दबाव में अपनी नीतियों में बदलाव नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि भारत अपने हितों को सर्वोपरि रखेगा और कोई भी देश उसे यह तय करने के लिए बाध्य नहीं कर सकता कि वह किससे व्यापार करे और किससे न करे। जनरल नरवणे ने यह बातें 'द जनरल एंड द जर्नलिस्ट पॉडकास्ट' में जनरल सर पैट्रिक सैंडर्स और टॉम न्यूटन डन के साथ बातचीत के दौरान कहीं।अमेरिका के दबाव पर भारत का करारा जवाब जब जनरल नरवणे से पूछा गया कि भारत अमेरिका के दबाव में क्यों नहीं आता, तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा, "जब यूरोप रूस से गैस खरीद रहा है और अमेरिका स्वयं रूस से अन्य सामान खरीद रहा है, तो केवल भारत को ही क्यों निशाना बनाया जा ...