छपरा, दिसम्बर 20 -- मांझी। मांझी कृषि विज्ञान केन्द्र के सभागार में अनुसूचित जाति उप योजना के तहत 'केले के फल का मूल्य संवर्धन' विषय पर आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शनिवार को संपन्न हो गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण युवक-युवतियों को मूल्य संवर्धन की ओर आकर्षित करना था। इसमें सारण जिले के मांझी और गड़खा प्रखंडों से कुल 55 युवक-युवतियों ने भाग लिया। समापन समारोह में वरीय वैज्ञानिक व प्रधान डॉ. संजय कुमार राय ने सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण का महत्व बतलाते हुए इसे अपने क्षेत्र में लागू करने के लिए प्रेरित किया। डॉ. जितेंद्र चंदोला ने केले, आम, अमरूद और लीची जैसे विभिन्न फलों के मूल्य संवर्धन पर जानकारी दी। डॉ. सुषमा टम्टा ने मूल्य संवर्धन की अवधारणा, इसके लाभ और विशेष रूप से केले के मूल्य संवर्धन पर विस्तृत व्याख्यान दिया।...