उत्तरकाशी, अगस्त 26 -- उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्र धराली को पुनस्र्पिपि करने के लिए सरकार को ठोस योजना तैयार करनी होगी। कहा कि वर्ष 2012-13 में दैवीय आपदा के कारण केदारनाथ धाम व उत्तरकाशी के जोशियाड़ा में भारी क्षति हुई थी। लेकिन ठोस निर्माण कार्य के चलते आज दोनों क्षेत्र सुरक्षित हैं। कहा कि धराली को भी केदारनाथ धाम की तर्ज पर विकसित करने की योजना तैयार करनी होगी। ताकि प्रभावित परिवारों को राहत मिल सके और उनका जीवन पुनः पटरी पर आ सके। मंगलवार को लोनिवि निरीक्षण भवन में पत्रकारों से वार्ता करते पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि गत पांच अगस्त को खीर गंगा के ऊफान पर आने से धराली बाजार को भारी नुकसान पहुंचा है। यहां पानी के साथ आये सैलाब से ग्रामीणों के खेत, खलियान, पुस्तैनी मकान सहित होटल, हो...