सिमडेगा, अगस्त 4 -- बानो, प्रतिनिधि। प्रखंड के प्रसिद्ध केतुगांधाम में शिव लिंग भक्ति और आस्था का केन्द्र हैं। यहां सावन की सोमवारी में हजारो की संख्या में श्रद्धालु शिवलिंग का दर्शन करते है। इतिहास के मुताबिक इस जगह को मनोकामना शिवलिंग के नाम से जाना जाता है। जिसका दर्शन श्रद्धालु अवश्य करते है। मान्यता है कि यहां आने मात्र से सभी मनोकामना स्वत: पूरी होती है। इतिहास के मुताबिक इस जगह को मनोकामना शिवलिंग के नाम से जाना जाता है। श्वेतकेतु नामक राजा के काल में एक किरात के गाय केथन से अनवरत दुध स्वंय निकल कर शिवलिंग में गिरा है। यह देखकर किरात को काफी क्रोध आया और उसने गाय को कुल्हाड़ी से मारना चाहा। तभी भोलेनाथ स्वंय प्रकट हो गए। उनके तीसरे नेत्र के खुलने से वह किरात जल कर भस्म हो गया और उसका शरीर को कीला संगम के बीच में जाकर गिर पड़ा। जिसे आ...