लखनऊ, मई 9 -- लखनऊ। केजीएमयू में अब लॉड्री का संक्रमित पानी नालियों में नहीं बहाया जाएगा। संक्रमित पानी से होने वाली बीमारियों को रोकने की दिशा में केजीएमयू प्रशासन अहम कदम उठाने जा रहा है। लॉड्री से निकलने वाला पानी ट्रीटमेंट प्लांट में जाएगा। यहां पानी ट्रीट होने के बाद ही नाली आदि में छोड़ा जाएगा। यहां ऑपरेशन से लेकर जांच तक के लिए डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टॉफ व मरीजों के लिए अलग ड्रेस है। इसमें एप्रिन, तोलिया, ओटी ड्रेस, बेड शीट, तकिया कवर, कंबल आदि शामिल है। इन कपड़ों में खून, पस व दूसरी प्रकार की गंदगी रहती है। इन्हें संस्थान में बनी लॉड्री में धुलने के लिए दिया जाता है। नोडल अधिकारी डॉ. प्रज्ञा पांडेय ने बताया कि लॉड्री में सबसे ज्यादा संक्रमण चादर, तौलिए, मरीज का एप्रिन, ड्रेसिंग रूम के कपड़े में होता है।

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