नई दिल्ली, फरवरी 15 -- दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार जाने के बाद अब अरविंद केजरीवाल की एक और चिंता बढ़ गई है। अब दिल्ली नगर निगम (MCD) में भी आप की सत्ता पर खतरा मंडराने लगा है। शनिवार को दो पार्षदों के भाजपा में जाने के बाद 'आप' का गणित बेहद कमजोर हो गया है। अरविंद केजरीवाल के पास अब भाजपा के मुकाबले 2 ही पार्षद अधिक हैं। जल्द ही 11 सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं, जिसके नतीजे तय करेंगे कि एमसीडी में 'आप' की सत्ता रहेगी या फिर दिल्ली में भाजपा की ट्रिपल इंजन सरकार होगी। शनिवार को आम आदमी पार्टी के दो पार्षद भाजपा में शामिल हो गए। अनिता बसोया और निखिल चपराना ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। इस दल बदल के बाद 250 सदस्यों वाले सदन में 'आप' के 117 पार्षद बच गए हैं तो भाजपा के पार्षदों की संख्या बढ़कर 115 हो गई है। दोनों दलों के संख...