कटिहार, जून 4 -- बासोई। बारसोई प्रखंड में 2017 की भीषण बाढ़ ने न केवल क्षेत्र के पुलों को बहा दिया, बल्कि वह कई गांवों के लिए विकास और समृद्धि की राह को भी रोक दिया। बिघोर पंचायत के कचना पूर्व गेट में स्थित पुलिया और कैमरोल पंचायत का केकरामुनि ब्रिज दोनों की स्थिति आज भी जस की तस है। ये पुल लंबे समय से टूटे हुए हैं। प्रशासन ने अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। बिघोर पंचायत के कचना पूर्व गेट के पुलिया की मरम्मत या पुनर्निर्माण के लिए कोई योजना नहीं बनाई गई है। जिसके कारण गांव वाले निजी ज़मीनों से रास्ता बना कर एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए मजबूर हैं। इस कठिन यात्रा के दौरान, खासतौर पर बाढ़ के मौसम में, उनके लिए दिन-ब-दिन की मुश्किलें और बढ़ जाती हैं। स्थानीय निवासी बताते हैं कि अगर पुल बन जाता तो कम से कम बाढ़ के समय उनके लिए यातायात कुछ...