गंगापार, सितम्बर 15 -- हंडिया, हिन्दुस्तान संवाद। स्थानीय ब्लॉक के मंदर गांव में चल रहे सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन वक्ता भागवत मर्मज्ञ आशीष शास्त्री ने कृष्ण और सुदामा चरित्र का मार्मिक वर्णन किया। कहा आधुनिक समय में भी ऐसी ही मित्रता की जरूरत है। कृष्ण और सुदामा बाल सखा थे किंतु जब यह सुने की बचपन के मित्र सुदामा आए हैं तो सिंहासन छोड़कर दौड़ पड़े। कहा वर्तमान की मित्रता तो स्वार्थपरक हो चली है जो हितकर नहीं है। ऐसी दिखावा वाली मित्रता सदैव धोखा देती है। मुख्य श्रोता शंभूनाथ विमला देवी ने आगंतुकों के प्रति आभार जताया।

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