संभल, अप्रैल 23 -- श्रीभागवत चरित्र सेवा समिति के तत्वावधान में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के पांचवें दिन आचार्य गोपाल के द्वारा श्री कृष्ण बाल लीलायें, माखन चोरी, श्री गिरिराज छप्पन भोग का वर्णन किया गया। उन्होंने कहा कि धनवान व्यक्ति वही है जो अपने तन, मन, धन से सेवा भक्ति करे। वही आज के समय में धनवान व्यक्ति है। परमात्मा की प्राप्ति सच्चे प्रेम के द्वारा ही संभव हो सकती है। पूतना चरित्र का वर्णन करते हुए महाराज ने बताया कि पूतना राक्षसी ने बालकृष्ण को उठा लिया और स्तनपान कराने लगी। श्रीकृष्ण ने स्तनपान करते-करते ही पुतना का वध कर उसका कल्याण किया। माता यशोदा जब भगवान श्री कृष्ण को पूतना के वक्षस्थल से उठाकर लाती है। उसके बाद पंचगव्य गाय के गोब, गोमूत्र से भगवान को स्नान कराती है। सभी को गौ माता की सेवा, गायत्री का जा...