पीलीभीत, अप्रैल 19 -- संवाददाता गांव जसोली में चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत मे कथा बाचक विशेष शास्त्री ने सुनाई कृष्ण जन्म की कथा के दौरान कथा वाचक ने कहा कि द्वापर युग में भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि की आधी रात को मथुरा के कारागार में वासुदेव की पत्नी देवकी के गर्भ से भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया था। श्रीकृष्ण ने बुधवार को रोहिणी नक्षत्र में जन्म लिया था। अष्टमी तिथि को रात्रिकाल अवतार लेने का प्रमुख कारण उनका चंद्रवंशी होना बताया जाता है। श्रीकृष्ण चंद्रवंशी, चंद्रदेव उनके पूर्वज और बुध चंद्रमा के पुत्र हैं। इसी कारण चंद्रवंश में पुत्रवत जन्म लेने के लिए कृष्ण ने बुधवार का दिन चुना। भगवान कृष्ण ने माता देवकी के आठवें संतान के रूप में जन्म लिया था। कृष्णजी का जन्म मथुरा में मामा कंस के कारागार में हुआ था। माता देवकी राजा कंस की बहन थी। ...