दुमका, नवम्बर 20 -- सरैयाहाट, प्रतिनिधि। सरैयाहाट-जमुआ गांव में चल रहे सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा महायज्ञ के पांचवें दिन कथा वाचक पंडित रवि रंजन शास्त्री ने कहा कि भागवत कथा एक महासागर है इसमें जो डुबकी लगाता है वह ईश्वर के अधीन हो जाता है। उसके पापकर्म धीरे धीरे समाप्त हो जाता है। पापकर्म समाप्त होने के साथ ही आपको आनन्द का अनुभव होने लगेगा। उन्होंने कथा में कृष्ण लीला का वर्णन किया। जिससे श्रोता आनंन्दित हो उठे। उन्होंने कहा कि गोपीयो का जब माखन चुराकर कृष्ण खाते थे तो इसकी शिकायत गोपियां यशोदा जी से करती थी। लेकिन जब कृष्ण माखन खाने गोपीयों के घर नहीं जाते तो गोपियां व्याकुल सा हो जाती थी। गोपियां कृष्ण के देखे बिना नहीं रह सकती थी। उन्होंने कहा कि जब भी मन अशांत लगे, दुख में हों तो कृष्ण की कथा व उनकी लीला को सुनना चाहिए। कृष्ण कथा श...