जौनपुर, मई 11 -- मुंगराबादशाहपुर, हिन्दुस्तान संवाद। श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के छठवें दिन वृंदावन से आईं कथा व्यास प्रज्ञा ने श्रीकृष्ण और रुक्मिणी के विवाह की कथा सुनाई। इस दौरान झांकी सजायी गई और लोगों ने पुष्प वर्षा की। नगर के मुहल्ला गुड़हाई (मलिया का गोड़ा) निवासी मुख्य यजमान कल्लू राम व उनकी पत्नी कुंती देवी की तरफ से भागवत कथा का आयोजन कराया गया है। छठवें दिन भगवान श्री कृष्ण की आरती उतारकर और गणेश वंदना विधि विधान से शुरूआत की। कथा व्यास प्रज्ञा ने भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य महारास लीला का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान की महारास लीला इतनी दिव्य है कि स्वयं भोलेनाथ उनके बाल रूप के दर्शन करने के लिए गोकुल पहुंच गए। मथुरा गमन प्रसंग में अक्रूर जी भगवान को लेने आए। जब भगवान श्रीकृष्ण मथुरा जाने लगे तो समस्त ब्रज की गोपियां भगवान कृष्ण क...