कौशाम्बी, नवम्बर 21 -- महेवाघाट, हिन्दुस्तान संवाद। विकास खंड सरसवां के सरसवां गांव में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन व्यास आचार्य अखिलेश ने प्रवचन किए। उन्होंने कहा गोवर्धन पूजा, छप्पन भोग, महारास लीला, रासलीला में भगवान शंकर का आना एवं श्री कृष्ण रुक्मिणी विवाह के प्रसंग का सुंदर वर्णन किया। कथावाचक आचार्य अखिलेश ने रास पंच अध्याय का वर्णन करते हुए कहा कि महारास में पांच अध्याय हैं। उनमें गाए जाने वाले पंच गीत भागवत के पंच प्राण हैं। जो भी ठाकुरजी के इन पांच गीतों को भाव से गाता है, वह भव पार हो जाता है। उन्हें वृंदावन की भक्ति सहज प्राप्त हो जाती है। श्रीकृष्ण रुक्मिणी विवाह के प्रसंग का वर्णन किया। कथा में व्यास आचार्य ने कहा कि महारास में भगवान श्रीकृष्ण ने बांसुरी बजाकर गोपियों का आह्वान किया और महारास लीला द्वारा ही जीवात्मा क...