रांची, दिसम्बर 11 -- रांची, संवाददाता। झारखंड को समावेशी विकास के पथ पर ले जाने के लिए खनिज संसाधन और कृषि प्रमुख अवसर हैं। बड़े पैमाने पर औद्योगिक इकाइयों की स्थापना, एमएसएमई को बढ़ावा और राज्य की प्राकृतिक सुंदरता का उपयोग कर पर्यटन को विकसित करने की आवश्यकता है। कृषि क्षेत्र में झारखंड के पास बड़ी संभावनाएं हैं। लेकिन इसके लिए सिंचाई सुविधाओं की कमी, छोटे जोत, आकार और साहूकारों पर निर्भरता जैसी समस्याओं का समाधान जरूरी है। वेयरहाउसिंग, कोल्ड चेन और निर्यात संवर्धन को बढ़ावा देना आवश्यक है। ये बातें गुरुवार को प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष प्रो. एस. महेंद्र देव ने कही। वे झारखंड गठन के 25 वर्ष पूरे होने पर इंस्टीट्यूट फॉर ह्यूमन डेवलपमेंट (आईएचडी) और कृष्ण लोक प्रशासन संस्थान की ओर से समृद्ध एवं समावेशी झारखंड की ओरः दृष्...