सिद्धार्थ, अक्टूबर 10 -- सिद्धार्थनगर, निज संवाददाता। कृत्रिम बुद्धिमत्ता आज के युग की सबसे प्रभावशाली तकनीकों में से एक है, जो उत्पाद विकास, औद्योगिक डिज़ाइन व पर्यावरणीय स्थिरता के क्षेत्र में नए अवसर उत्पन्न कर रही है। एआई न केवल वैज्ञानिक अनुसंधान की प्रक्रिया को तीव्र बना रही है, बल्कि यह सतत विकास के वैश्विक लक्ष्यों की प्राप्ति में भी अहम भूमिका निभा रही है। ये बातें सिद्धार्थ विवि कपिलवस्तु के विज्ञान संकाय की अधिष्ठाता प्रो. प्रकृति राय ने गुरुवार को रसायन विज्ञान विभाग में उत्पाद विकास, नवाचार और स्थिरता के क्षेत्र में एआई के क्षेत्र में छात्रों को परिचित करने के उद्देश्य से उत्पाद विकास में एआई और स्थिरता के परिचय एवं कॉनकॉर्डिया विश्वविद्यालय में पीजी छात्रों के लिए सहभागिता के अवसर विषय पर आमंत्रित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में ...