गंगापार, मई 26 -- लोगों के बीच में रहकर कबाड़ का धंधा कर रहे प्रतिदिन हजारों रुपये की कमाई कर रहे हैं। बाजारों व गांव की गलियों में फेंके गए प्लास्टिक की बोतलें सहित अन्य जो लोगों के लिए अनुपयोगी बन चुकी हैं, ऐसी बस्तुएं इन कबाड़ बीनने वालों के लिए कमाई का जरिया बन चुकी है। कबाड़ बीनने वाले झारखंड के राजमहल गांव का रहने वाला आरिफ व राहुल ने बताया कि वह दोनों प्रतिदिन सड़क के आसपास फेंकी गई बोतलों व अन्य प्लास्टिक की बस्तुओं को बीन कर कबाड़ी के पास ले जाते हैं, जहां 16 रुपये प्रति किलो में बोतल बिक जाती है, खराब प्लास्टिक के जुते व चप्पल पांच रुपये किलो में कबाड़ी लेते हैं। कबाड़ बीनने वाले दोनों ने बताया कि प्रतिदिन वह कबाड़ बेच कर सात सौ से आठ सौ रुपये दो तीन घंटे में पा जाते हैं।

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