सिद्धार्थ, मार्च 16 -- डुमरियागंज, हिन्दुस्तान संवाद। मुसलमानों के लिए रमजान का महीना बहुत अहम माना जाता है। इसमें अल्लाह की तरफ से रहमतों व बरकतों की बारिश होती है। पाक महीना में इस्लाम धर्म की अहम किताब कुरआन दुनिया में आई है। 30 दिन रोज़ा रखकर कुरआन पढ़ने से दोगुना सवाब (पुण्य) मिलता है। कुरआन में जीवन के हर पहलू के लिए मार्गदर्शन है। ये बातें रविवार को हल्लौर जामा मस्जिद के मौलाना शहकार हुसैन जैदी ने कहीं। उन्होंने कहा कि रमजान के महीने में कुरआन की अहमियत इसलिए ज्यादा है क्योंकि इस माह में कुरआन को पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्ललाहो अलै. के जरिए दुनिया में उतारा गया। इसलिए मुस्लमान ज्यादा वक्त रोज़ा रखकर इबादत के साथ कुरआन पढ़ने में बिताते हैं। इस पवित्र माह में सभी मुसलमानों पर रोज़ा रखने का हुक्म दिया गया है। सूर्य उदय से पहले व ढलने तक ...
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