हल्द्वानी, मार्च 29 -- हल्द्वानी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मानकों को नहीं मानने के मामले में नैनीताल जिला सबसे ऊपर है। दो साल के भीतर यहां के 40 से अधिक होटलों पर बोर्ड ने करोड़ों रुपये का जुर्माने लगाया। नोटिस की प्रकिया वर्तमान में जारी है। राहत की बात है कि अन्य पहाड़ी जिलों में उल्लंघन के मामले न के बराबर हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक समय-समय पर कुमाऊं के पांच जिलों अल्मोड़ा, नैनीताल, चम्पावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में मॉनिटरिंग की जाती है। इसमें सीवर, वायु प्रदूषण के मानकों को देखा जाता है। लेकिन नैनीताल जिले में लगातार उल्लंघन के मामले बढ़ रहे हैं। जल प्रदूषण के भीतर आने वाले एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) के सर्वाधिक मामले नैनीताल से हैं। पिछले दो साल में नैनीताल जिले के 42 होटलों पर नियमों का पालन न करने के आरोप में ला...