पीलीभीत, सितम्बर 10 -- जिले के सात ब्लाकों में बच्चों में किस तरह का कुपोषण बढ़ रहा है। इसकों जांच के लिए मेडिकल कॉलेज की तरफ से एक मुहिम शुरू की जा रही है। ताकि इस पर गहनता से रिसर्च भी की जा सके। कुपोषण जांच अभियान (माल न्यूट्रिशन स्क्रीनिंग) के अंतर्गत अस्पताल आने वाले 1-5 बर्ष के बच्चों की कुपोषण जांच कर उपचार होगा। एनआरसी के अलावा मेडिकल कॉलेज में यह पहल की जा रही है। इसके लिए सामुदायिक स्वास्थ्य व बाल रोग विभाग की टीम बनाई गई है। बच्चे का वजन, ऊँचाई, आदि को पैरामीटर पर भांपा जाएगा। मेडिकल कालेज के उप प्राचार्य डॉ. अरुन सिंह ने बताया कि जिस ब्लाक में कुपोषण अधिक होगा वहां खास कैंप लगाएंगे। दो विभागो से टीमें बना दी गई है।

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