चाईबासा, सितम्बर 11 -- चाईबासा, संवाददाता। चाईबासा में जन्म से 06 माह के शिशुओं में कुपोषण के खतरे की पहचान एवं प्रबंधन के लिए पताहातु स्थित प्रमंडलीय प्रशिक्षण केंद्र में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कुपोषण के राष्ट्रीय प्रशिक्षक डॉक्टर जगन्नाथ हेंब्रम ने प्रशिक्षण दिया। डॉ. हेंब्रम ने बताया कि बच्चों के लिए 06 माह काफी महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि इस अवधि में शिशुओं में शारीरिक एवं मानसिक विकास तेजी से होता है। शिशुओं में सही विकास, न्यूरोडेवलपमेंट एवं शिशु के जीवनकाल में होने वाली गैर-संचारी बीमारियों की रोकथाम के लिए पोषण महत्वपूर्ण घटक है। राज्य समन्वयक सुजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि झारखंड राज्य में 6 माह से छोटे बच्चों में अति गंभीर कुपोषण का दर 32 प्रतिशत प्रतिवेदित है। उन्होंने कहा कि 6 माह तक के शिशुओं में सह...