जमशेदपुर, सितम्बर 28 -- जिले में कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि रोज करीब 120 या उससे अधिक लोगों को कुत्ते काटते हैं। इसकी एंटी रेबीज की सूई तो सरकारी अस्पताल में नि:शुल्क मरीजों को दी जाती है, लेकिन गंभीर घाव पर मरीजों को दिया जाने वाला इम्यूनोग्लोब्युलिन सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध नहीं है। कुत्ता काटने के सबसे अधिक मरीज एमजीएम अस्पताल में आते हैं। यहां रोज 40 से 50 नए मरीज आते हैं। वहीं, सदर अस्पताल में 30 से 40 नए मरीजों को यह सूई दी जाती है। वहीं, जिला के विभिन्न प्रखंडों के अस्पतालों में भी सह संख्या 30 से 40 पहुंच जाती है। इस तरह यह आंकड़ा 120 से 150 के बीच पहुंच जाता है। 24 सौ में खरीदना होता है इम्यूनोग्लोब्यूलिन कुत्ता जब किसी को गंभीर रूप से काट दे या गहराई तक दांत गड़ा दे तो डॉक्टर उसकी ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.