साहिबगंज, अगस्त 17 -- संवाद: साहिबगंज। शहर हो या गांव आये दिन आवारा कुत्ते व अन्य पशुओं के काटने या हमला करने की घटना सामने आती है। इस मसले पर दिल्ली एनसीआर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद देशभर में नये सिरे से बहस छिड़ गई है। बेजुबानों को सोसायटी में रहने देना चाहिए या उसके लिए अलग से कोई सेल्टर होम बनाना चाहिए । इस मुद्दे पर समाज के लोग साफ तौर पर दो खेमों में बंटे दिख रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि कुत्ते काटने की घटना इन दिनों काफी बढ़ी है। दिन हो या रात हर मोहल्ले में कुत्तों की झुंड चौक-चौराहों पर विचरण करते मिल जाएंगे। ये कुत्ते सड़क पर गुजरने वाले राहगीरों व स्कूल बच्चों पर हमला करते हैं, उन्हें काटते हैं। ऐसी घटना जानलेवा है। यही हाल सड़क पर घुमने वाले सांड,गाय जैसे आवारा जानवरों के मामले में भी है। सांड के हमले में यहां क...
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