संभल, अगस्त 12 -- शहर और ग्रामीण इलाकों में आवारा कुत्तों का आतंक दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। आमजन खासकर बच्चे, बुजुर्ग और राहगीर इन जानवरों के हमले से खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को एक आदेश जारी किया है। जिसमें सभी नगर पालिका व नगर पंचायतों को कुत्तों के लिए शेल्टर होम बनाने और उन्हें शहर से बाहर ले जाने के निर्देश दिए गए हैं। जबकि संभल में अभी तक ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। बीते जुलाई माह में अकेले जिला अस्पताल में करीब 250 लोग कुत्तों के काटने के बाद एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाने पहुंचे। वहीं अस्पताल प्रशासन के मुताबिक प्रतिदिन औसतन 25 से 30 लोग कुत्तों के हमले का शिकार होकर इलाज के लिए आ रहे हैं। इनमें बड़ी संख्या में मासूम बच्चे शामिल हैं, जो खेलते या स्कूल जाते समय कुत्तों की चपेट में आ रहे हैं। इससे पहले भी...
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