छपरा, जुलाई 15 -- डोरीगंज, एक संवाददाता । लोक कवि भिखारी ठाकुर के पैतृक गांव कुतुबपुर दियारा में गांगा के तेज बहाव से कटाव की स्थिति बन गयी है। ग्रामीणों को अपने घर-बार उजड़ने का डर है और वे रतजगा कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया है कि बहाव इतना तेज है कि रास्ते नहीं मिलने से जमीन का एक हिस्सा गंगा में समाता जा रहा है। भोजपुरी साहित्य के शेक्सपियर कहे जाने वाले भिखारी ठाकुर का यह गांव, गंगा नदी के कटाव से लगातार जूझता रहा है। इससे जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें जमीन का एक बड़ा हिस्सा गंगा में समाता हुआ दिखाई दे रहा है। स्थानीय मुखिया सत्येंद्र सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा कटाव निरोधी कार्य करोडों की लागत से कराया गया लेकिन कोई सुधार नही हुआ है। स्थानीय मुखिया व ग्रामीण कुणाल राय, भोजन राय, राजेश पासवान, शिवकुमार माझी,अवधेश राय, मंटू र...