चाईबासा, मई 22 -- ईचा-खड़कई (कुजू डैम) निर्माण कार्य को दोबारा शुरू करने और आदिवासी गांवों में शराब बिक्री के लिए ग्रामसभा से मंजूरी लेने के प्रस्ताव पर झारखंड पुनरुत्थान अभियान ने तीखी आपत्ति जताई है। संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष सन्नी सिंकु ने इसे आदिवासी समाज के साथ धोखा बताते हुए कहा कि यह निर्णय आदिवासी परामर्शदात्री परिषद (TAC) द्वारा बिना ग्रामसभा की सहमति के लिया गया है, जो पूरी तरह असंवैधानिक और षड्यंत्रपूर्ण है।उन्होंने याद दिलाया कि 2014 में हेमंत सोरेन सरकार ने ग्रामसभा की राय लेकर डैम रद्द करने का फैसला लिया था, जिसे 2024 के चुनावी घोषणापत्र में भी शामिल किया गया था। अब उसी सरकार द्वारा डैम निर्माण पर सहमति बनाना वादाखिलाफी है।संगठन ने TAC द्वारा आदिवासी इलाकों में शराब बिक्री को बढ़ावा देने की सहमति पर भी कड़ा विरोध जताया और कह...