रांची, सितम्बर 12 -- रांची, वरीय संवाददाता। अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला मंच की ओर से आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन शुक्रवार को रुक्मिणी विवाह, महारास और उद्धव गोपी संवाद पर मां चैतन्य मीरा ने प्रवचन दिया। इस अवसर पर कृष्ण रुक्मिणी विवाह के उपलक्ष्य में एक जोड़े का विवाह भी कराया गया। कथा में बताया गया की कुछ क्षण के ध्यान से ही हम शांति महसूस कर सकते हैं। हम नित्य योग और ध्यान करें तो हमारा शरीर मानसिक तनाव, अनिद्रा जैसी समस्याओं से दूर होकर आनंद और भक्ति का अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि कृष्ण की एक बांसुरी की धुन पर समस्त गोपियां उनके साथ रास रचाती थीं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से यमुना मैया वृंदावन में आज भी सभी को दर्शन दे रही हैं। लोग किस प्रकार से उसका आनंद प्राप्त कर रहे हैं, यह प्रेम और भक्ति नहीं तो क्या है। ग...