गढ़वा, जून 2 -- धुरकी, प्रतिनिधि। प्रखंड मुख्यालय के समीप आंगनबाड़ी केंद्र कोड एक जर्जर भवन में संचालित हो रहा है। वहां चापाकल से पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिलने से कुएं के दूषित पानी से बच्चों के लिए पोषाहार बनाया जा रहा है। कुएं से पानी से बने पोषाहार को ही बच्चे खाते हैं। साथ ही कुएं का ही पानी पीते हैं। उससे उनकी तबीयत खराब होने खतरा बना रहता है। आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका लीला देवी और सहायिका जिलेबनी देवी सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र में दो-दो पुराने चापाकल हैं। उनकी स्थिति ठीक नहीं है। दोनों से दो-तीन बाल्टी पानी मुश्किल से निकलता है। उक्त कारण पोषाहार बनाने से लेकर बच्चों के पीने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र के बगल में ही स्थित कुआं के पानी का ही इस्तेमाल होता है। उससे बच्चों की तबीयत खराब होने का खतरा बना रहता है...