चतरा, मई 12 -- कुंदा प्रतिनिधि जिले के कुंदा प्रखंड को प्रतापपुर प्रखंड से अलग हुए तीस वर्ष बीत जाने के बाद भी विकास के नाम पर प्रखंड के जनता को सिर्फ धोखा ही मिल रहा है। कुंदा प्रखंड आज भी बदहाली की आंसू बहा रहा है। कुंदा प्रखंड का गठन बिहार राज्य के कार्यकाल में ग्रामीण विकास मंत्री रमई राम मंत्री के द्वारा 18 अगस्त 1995 को हुआ था। तब से लेकर आज तक पूर्ण रूप से प्रखंड में कई विभागों का कुन्दा से संचालन नहीं हो रहा है। बाल विकास परियोजना, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पशु चिकित्सा विभाग, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, विद्युत विभाग, कल्याण विभाग, कृषि विभाग सहित अन्य कई विभाग का संचालन प्रखंड मुख्यालय से नहीं हो रहा है। इन सभी विभागों का संचालन फिलहाल प्रतापपुर और जिला मुख्यालय से हो रहा है। वैसे में प्रखंड के ग्रामीणों को इन विभाग से कार्य ...