नई दिल्ली, दिसम्बर 12 -- ज्योतिष में राहु को सबसे रहस्यमय और तेज फल देने वाला ग्रह माना जाता है। जब राहु त्रिकोण यानी कुंडली के 1, 5 या 9वें घर में या उपचय भावों यानी 3, 6, 10 या 11वें में अच्छी स्थिति में होता है, तो व्यक्ति को रातों-रात बुलंदियों पर पहुंचा देता है। खासकर तीसरे, छठे और ग्यारहवें भाव में राहु की मौजूदगी अचानक भाग्य बदलने वाली साबित होती है।जन्म कुंडली के तीसरे भाव में राहु तीसरे भाव में राहु होने से व्यक्ति में गजब का साहस, पराक्रम और बोलने की कला आती है। ये लोग पत्रकार, वकील, मार्केटिंग एक्सपर्ट, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर, सेल्समैन या पॉलिटिशियन बनकर चमकते हैं। इनका दिमाग इतना तेज चलता है कि ये दूसरों से कई कदम आगे रहते हैं। अगर किसी जातक के कुंडली के तीसरे भाव में राहु है, तो विदेश यात्रा और अचानक बड़ी सफलता इनके लिए आम बा...
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