भागलपुर, मार्च 21 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता कृषि विभाग के प्रशिक्षण भवन में आयोजित दो दिवसीय किसान वैज्ञानिक मिलन कार्यक्रम के अंतिम दिन गुरुवार को किसानों को जर्दालृ आम के बगीचे को कीट से बचाने के लिए फ्रूट कैप व फेरोमेन ट्रैप के इस्तेमाल करने की सलाह दी गई। आत्मा के उप परियोजना निदेशक प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि यदि जर्दालू आम की बागवानी जैविक तरीके से की जाये तो निश्चित ही जर्दालू आम की क्वालिटी अच्छी होगी। इस मौके पर मास्टर ट्रेनर डॉ. ममता कुमारी ने कहा कि इस बार आम का मंजर बहुत ही अच्छा है। लेकिन इस पर मधुआ रोग के आक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। जो बगीचा साफ नहीं है, धना व गंदा है, उसी में मधुआ रोग के प्रकोप का खतरा बढ़ा है। बगीचे का प्रबंधन मात्र पांच से दस प्रतिशत ही किसान ही कर पाते है। आम के पौधे पर जब फल मसूर के दाने के बराबर हो जात...