संतकबीरनगर, जून 6 -- संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले के किसान महीनों अपने परिश्रम व पूंजी से फसलें तैयार करते हैं पर छोटे-छोटे कीट चंद दिनों में ही समूची फसल को बरबाद कर देते हैं। इन्हें नियंत्रण के लिए बड़े पैमाने पर दवाओं का प्रयोग किया जाता है। किसान जितना दवाओं का प्रयोग बढ़ाते गए कीट भी उतना ही सशक्त हो गए। यही कारण है कि अब कीटों पर दवाएं काम नहीं कर रही हैं। किसानों के मित्र कीटों को भी नुकसान पहुंच रहा है। कोई ऐसी फसल नहीं है, जो कीटों की मार से बच पा रही हैं। सब्जियों की फसलों में इनका प्रकोप अधिक होता है। सब्जियों को बचाने के लिए किसान बड़े पैमाने पर दवाओं का प्रयोग करते हैं। कुछ फसलों पर तो दवाओं का असर 20 से 30 दिनों तक बना रहता है। इसी बीच सब्जियां बाजार में खेतों से तुड़ाई होकर आती हैं और लोगों की थाली में पहुंच...
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