बहराइच, अप्रैल 24 -- बहराइच,संवाददाता। गांव के अमृत सरोवरों को पुर्नजीवन मिले। उनकी पहचान बरकरार रहे। इस उद्देश्य से तीन साल पहले अमृत सरोवर योजना की शुरुआत हुई थी। इसमें तालाबों को कब्जा मुक्त कराने, उनके चारों ओर पथवे बनाकर बारिश के पानी के संरक्षण समेत कई काम किए गए। इन पर करोड़ों रुपये का बजट भी खर्च किया, लेकिन इन सरोवरों पर उपेक्षा की ऐसी धूल पड़ी है कि अमृत जल की जगह धूल उड़ रही है तो गांव के बच्चे क्रिकेट खेल कर लुत्फ उठा रहे हैं। किसी काम के अमृत सरोवर नहीं रह गए। ऐसे में बड़ा सवाल है कि पानी की बूंद-बूंद को खुद लाखों के अमृत सरोवर तरस रहे हैं तो जीव-जंतुओं की प्रचंड गर्मी में प्यास कैसे बुझाएंगे। जिले में अमृत सरोवरों की वर्तमान स्थिति को अवगत कराती हिंदुस्तान की पड़ताल: ---------- लाखों खर्च के बाद भी सूखे पड़े अमृत सरोवर तेजवाप...