पूर्णिया, सितम्बर 23 -- जलालगढ़, एक संवाददाता। अब किसान केवल खेत की फसल पर आश्रित नहीं रहेंगे, बल्कि दूध और उससे बने उत्पादों से भी अपनी जेब मजबूत करेंगे। कृषि विज्ञान केंद्र जलालगढ़ परिसर में सोमवार से शुरू हुए तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में विशेषज्ञों ने पशुपालन को किसानों के नए उद्यम का रास्ता बताया। इस प्रशिक्षण में 45 पशुपालक पुरुषों और महिलाओं ने हिस्सा लिया। कृषि विज्ञान केंद्र, जलालगढ़ में 22 सितंबर से 25 सितंबर तक चलने वाले तीन दिवसीय पशुपालन प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम का विषय 'गोपालन एवं पशुपालन तकनीक पर केंद्रित है। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ की गई, जिसमें केंद्र के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ. के. एम. सिंह, पशु चिकित्सा महाविद्यालय किशनगंज से आए वैज्ञानिकगण, पशुपालन विभाग पूर्णिया के पदाधिकारी,...