भागलपुर, अगस्त 25 -- कजरैली में सरकार द्वारा नदियों से बालू खनन को राजस्व का स्रोत बनाने के कारण किसानों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। चांदन और अंधरी नदी से अत्यधिक बालू खनन के कारण नदी 20-25 फीट गहरी हो गई है, और साल के नौ महीने बहने वाली अंधरी नदी में भाद्र माह में पानी की कमी हो गई है। 1956 में बना महमौदा चेक डैम सूखा और जर्जर है, और इसका लोहे का फाटक भी खराब स्थिति में है, जो सिंचाई विभाग की लापरवाही को दर्शाता है। इस चेक डैम से निकलने वाली नहर की पिछले साल जेसीबी से खुदाई की गई। जिसमें भारी राशि खर्च हुई, लेकिन नहर में पानी नहीं आ रहा। पहले यह चेक डैम शाहकुंड, जगदीशपुर और नाथनगर के आधा दर्जन पंचायतों में सिंचाई का मुख्य साधन था। अब किसान वर्षा और निजी नलकूपों पर निर्भर हैं, लेकिन धान की फसल के लिए पानी की कमी बनी हुई है...