मोतिहारी, जुलाई 14 -- सिकरहना, निज संवाददाता। ढाका प्रखंड के चारों ओर नहरों का जाल बिछा हुआ है। लेकिन किसानों को सिंचाई के लिए पंपसेट पर निर्भर रहना पड़ता है। आषाढ़ महीना बीत गया लेकिन धान रोपनी लायक बारिश नहीं होने से किसान निजी पंपसेट से पटवन कर धान की रोपनी कर रहे है। नहरों में पानी तो है लेकिन नहरों में कहीं कहीं सिल्ट जमा होने तो कहीं कहीं खर पतवार उग आने के कारण खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। नहरों में पानी उपलब्ध होने के बावजूद किसानों को इसका फायदा नहीं मिल पा रहा है। यदि नहरों से किसानों को पानी मिलता तो धान रोपनी व रोपे गये धान को सूखने से बचाने में काफी सहूलियत होती। किसानों को सिंचाई में अधिक आर्थिक बोझ नहीं पड़ता। ढाका में मेन कैनाल गुआबारी बीयर से करमावा क्वार्टर तक मुख्य नहर निकली हुयी है, जो करीब पांच किलोमीटर है। मुख्य ...
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