विकासनगर, मार्च 20 -- चकराता संवाददाता। चकराता वन प्रभाग के तत्वावधान एवं मल्टीपल एक्शन ग्रुप फॉर इंटीग्रेटेड रोलर डिपार्टमेंटल सोसाइटी धर्मावाला के सहयोग से चकराता तहसील के माखटी पोखरी में सगंध पादप उत्पादन विपिणन प्रशिक्षण आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में उपस्थित ग्रामीणों को गुलमेहंदी पौधे की खेती की विस्तृत में जानकारी दी गई। मास्टर ट्रेनर दिनेश तोमर ने बताया कि गुल मेहंदी पौधे को अंग्रेजी में रोजमेरी कहा जाता है। जिसकी खेती भारत में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड जैसे ठंडे जलवायु वाले स्थान पर होती है। इसके पत्ते सुई के आकार के होते हैं। जो ऊपर से हरे और नीचे से सफेद होते हैं। इसका फूल बैंगनी और गुलाबी नीले रंग का या सफेद होता है। यह सर्दी या वसंत ऋतु में खिलते हैं। इस पौधे का उपयोग सूप, स्टाज, रोस्ट और स्टाफिंग और सॉस आदि चीजों में फ्लेवर दे...