मैनपुरी, फरवरी 25 -- निचली गंगनहर के किनारे पचावर रजवाह में छोड़ा गया पानी किसानों के लिए मुसीबत बनकर आया। कार्यदायी संस्था द्वारा रजवाह की खुदाई मनमाने तरीके से करने के कारण किसानों की 50 से 60 बीघा फसल जलमग्न हो गई। किसानों ने आरोप लगाया कि खुदाई के दौरान उनकी शिकायत को नहीं सुना गया। प्रशासन को इसका मुआवजा दिलाना चाहिए। कसद्द पुल से ग्राम सहारा तक लगभग 57 किमी लंबे पचावर रजवाह की खुदाई एक माह पूर्व की गई थी। कार्यदायी संस्था को इसका ठेका दिया गया था। खुदाई के समय ही किसानों ने आवाज उठाई थी कि रजवाह की खुदाई का कार्य सही तरीके से नहीं किया जा रहा है। सिंचाई के लिए बने कुलावों को भी बंद किया जा रहा है। दो दिन पूर्व रजवाह में पानी छोड़ा गया तो नुकसान किसानों को हुआ। जगह-जगह पटरी कट गई और रजवाह का पानी खेतों में घुस गया। ग्राम दूबर, सहारा ...