गुमला, फरवरी 17 -- गुमला संवाददाता जिले के किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए नाबार्ड बाड़ी परियोजना के तहत विकास भारती द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिले के विशुनपुर प्रखंड के विभिन्न गांवों बेंदी,चंपाटोली,चिंगरी और जेहनगुटवा के किसानों को मशरूम की खेती का प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केंद्र में दिया गया। किसानों को निःशुल्क प्रशिक्षण के साथ स्पॉम भी उपलब्ध कराया गया। जिससे वे अपनी खेती शुरू कर सकें। मौके पर विकास भारती के संयुक्त सचिव महेंद्र भगत ने बताया कि मशरूम की खेती सामान्य तापमान 20-25 डिग्री पर भी हो सकती है। यदि तापमान को नियंत्रित रखा जाए तो अच्छी पैदावार संभव है। एक कमरे में दो सौ बैग मशरूम की खेती करने पर पांच हजार रुपये तक की लागत आती है। जिससे किसान 15 से 20हजार रुपये तक का मुनाफा कमा सकते हैं। जिला क...