शामली, नवम्बर 27 -- बुधवार को किसान आंदोलन के पांच वर्ष पूर्ण होने पर किसानों की लंबित मांगों को लेकर भाकियू के बैनर तले कलेक्ट्रेट परिसर में एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे किसानों ने सरकार की नीतियों के प्रति कड़ा रोष व्यक्त करते हुए कहा कि किसान यदि पत्ती या पराली जलाए तो उन पर मुकदमे दर्ज कर दिए जाते हैं, जबकि बड़े उद्योगों द्वारा होने वाले प्रदूषण पर कोई कार्रवाई नहीं होती। धरने को संबोधित करते हुए किसानों ने कहा कि दिल्ली में हुआ किसान आंदोलन ऐतिहासिक रहा है और उस आंदोलन की पांचवीं वर्षगांठ पर आज भी किसान उसी जज़्बे के साथ अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत हैं। भाकियू पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार पूंजीपतियों के हितों को प्राथमिकता दे रही है, जबकि किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य तक नहीं मिल पा...