आजमगढ़, दिसम्बर 16 -- आजमगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। सोमवार को संसद में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान सांसद धर्मेंद्र यादव ने किसानों की समस्याओं को उठाते हुए कहा कि वर्ष 2014 तक यूपीए सरकार में प्रति किसान मात्र 37 हजार रुपये का कर्ज था, जो अब बढ़ कर 78 हजार हो गया है। किसानों के ऊपर कुल 7.5 लाख करोड़ का कर्ज था। अब यह बढ़कर 28.5 लाख करोड़ हो गया है। कॉरपोरेट्स का 16.5 लाख करोड़ का ऋण माफ किया गया, जबकि किसानों का एक रुपये भी कर्ज माफ नहीं किया गया। प्रधानमंत्री के साथ सभी मंत्री किसान हित की बात तो करते हैं, लेकिन अभी तक 11 वर्षों में प्रति किसान आय मात्र एक हजार बढ़ी है। उन्होंने सवाल किया कि स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशें लागू क्यों नहीं की गई। सांसद ने कहा कि रोजगार के फर्जी आंकड़े सरकार प्रस्तुत कर रही है। सरकार द्वारा प्रस्तुत जीडीपी के ...