सुपौल, अगस्त 2 -- दियरा क्षेत्र के पशुपालकों को होती है परेशानी किशनपुर,एक संवाददाता। आजादी के करीब छः दशक बाद भी प्रखंड क्षेत्र में मात्र एक अस्पताल के भरोसे चिकत्सिीय व्यवस्था है। प्रखंड क्षेत्र के पूर्वी कोसी तटबंध के भीतर दियारा पंचायत क्षेत्र के पशुपालक आज भी उचित सरकारी सुविधा के अभाव में झोला छाप से बीमार पशुओं के इलाज करवाने को विवश है। नतीजा यह है कि प्रखंड के विभन्नि पंचायत क्षेत्र में प्रत्येक वर्ष दर्जनों कीमती पशुओं की असमय मौत हो जाती है। उद्योग विहीन इस प्रखंड क्षेत्र में पशु पालन के अच्छे आसार है। जहां बेरोजगारी से त्रस्त युवा डेयरी फॉर्म खोलकर स्वरोजगार कर रहे है। वही विभन्नि पंचायत में सेकड़ों किसान पशुपालन कर अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे है। सरकार द्वारा भी पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कई जन-कल्याणकारी योजना संचालित...