किशनगंज, जून 9 -- किशनगंज, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। बाढ़ व कटाव के लिहाज से किशनगंज जिले के 14 स्थानों को वेदनशील/ अतिसंवेदनशील माना गया है। जहां पर कटाव व बाढ़ निरोधक कार्य किया जा रहा है। इस जिले में बहने वाली छह नदियों के कारण हर वर्ष मॉनसून में बाढ़ व कटाव का खतरा बना रहता है। इस बार अप्रैल और मई में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है, जिससे संभावित बाढ़ और तटीय इलाकों में कटाव की आशंका और गहरा गई है। बिहार में सबसे अधिक वर्षापात वाले किशनगंज जिले में कटाव के खतरे के कई गांव के लोग जूझ रहे हैं। गाछपाड़ा-मौजाबाड़ी तटबंध (4 किमी लंबी) व डॉ़ कलाम कृषि महाविद्यालय अर्राबाड़ी सुरक्षा तटबंध (6.56 किमी) की सुरक्षा बाढ़ नियंत्रण व जल निस्सरण विभाग के कंधे पर है। बांध की निगरानी के लिये सुरक्षाकर्मी की तैनाती रहेगी। प्रशासन ने जिले के 14 संवेदनशी...