भागलपुर, मार्च 13 -- किशनगंज, प्रतिनिधि। प्रसव के बाद नवजात के स्वास्थ्य देखभाल की जरूरत बढ़ जाती है। संस्थागत प्रसव के मामलों में शुरूआती दो दिनों तक मां और नवजात का ख्याल अस्पताल में ही रखा जाता है। लेकिन गृह प्रसव के मामलों में पहले दिन से ही नवजात को बेहतर देखभाल की जरूरत होती है। गृह प्रसव वाले नवजात को पहले दिन से अगले 42 दिनों तक आशा कार्यकर्ता द्वारा देख रेख किया जाता है।गृह प्रसव वाले नवजात को आशा कार्यकर्ता द्वारा 42 दिन तक 7 बार नवजात का स्वास्थ्य की जानकारी लिया जाने का प्रावधान है जिसमे तीसरा दिन,पहला दिन के अलावा सातवें दिन,14 वां दिन, 21वां दिन, 28 वां दिन एवं 42 वां दिन वहीं संस्थागत प्रसव में जन्मे नवजात को दो दिन अस्पताल में रखा जाता है उसके बाद घर मे आशा कार्यकर्ता द्वारा 6 बार नवजात का स्वास्थ्य देखभाल करने का प्रावधान...