भागलपुर, अगस्त 6 -- किशनगंज। एक प्रतिनिधि डायबिटीज से पीड़ित का तमाम इलाज के बावजूद शुगर कंट्रोल नहीं हो रहा तो टीबी की जांच करवानी चाहिए। क्योंकि डाइबिटीज पीड़ित मरीजों में टीबी का खतरा अधिक रहता है। टीबी और डायबिटीज के कांबिनेशन को देखते हुए सदर अस्पताल सहित सभी पीएचसी -सीएचसी एवं एचडब्लूसी पर टीबी या मधुमेह से पीड़ित मरीजों में दोनों ही बीमारियों की जांच सुनिश्चित की गई है।सीडीओ डॉ मंजर आलम ने बताया डायबिटीज एक इम्यून डिसऑर्डर है। इसमें शरीर की रोग से लड़ने की क्षमता घट जाने के कारण टीबी, हेपेटाइटिस जैसी बीमारियों की आशंका कई गुनी हो जाती है। खासकर 30 की उम्र के मरीज, अगर डाइबिटीज हैं तो उनमें टीबी की जांच सबसे पहले करानी चाहिए। जिले में एनपीसीडीसीएस (कैंसर, मधुमेह, हृदय रोगों और स्ट्रोक की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम) के...
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