नई दिल्ली, मई 31 -- ममता कुलकर्णी को प्रयागराज में महाकुंभ मेले के दौरान किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर के रूप में नियुक्त किया था। हालांकि इसको लेकर काफी विवाद हुआ था। हालांकि बाद में किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने ममता कुलकर्णी और आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी दोनों को अखाड़े से निष्कासित कर दिया था। लक्ष्मी ने कथित तौर पर संस्थापक की सहमति के बिना ममता की नियुक्त किया था जिसके कारण काफी विवाद हो गया था। अब ममता ने इस पर अपनी बात रखी है।क्या बोलीं ममता एएनआई से बात करते हुए ममता ने कहा, 'मेरे लिए ईश्वर की कृपा थी उस कुंभ में महामंडलेश्वर बनना जो 140 सालों में सबसे पवित्र अवसर था। भगवान ने मुझे मेरी 25 साल की तपस्या का फल दिया।'ऋषि अजय ने किया था विवाद बता दें कि 30 जनवरी को ऋषि दास ने प्रेस रिलीज जारी किया जिसमें ...