गया, फरवरी 22 -- दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के समाजशास्त्रीय अध्ययन विभाग के तत्वावधान में, ट्रांसजेंडर व्यक्तियों (अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम, 2019 और इसके साथ जुड़े नियम, 2020 के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए एक अनूठी और समयबद्ध राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित करने वाला बिहार राज्य का पहला केंद्रीय सरकारी संस्थान बन गया है। कार्यशाला ने प्रतिभागियों के बीच ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए उपलब्ध कानूनी अधिकारों, सुरक्षा और प्रावधानों के बारे में जानकारी प्रसारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह ने अपनी ओर से इस बात पर जोर दिया कि हमारी अपनी भारतीय परंपराओं ने अनादि काल से किन्नर समुदाय को किस तरह से सम्मान दिया है। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता तथा अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्र...
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