नई दिल्ली, नवम्बर 24 -- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष वी. नारायणन ने सोमवार को कहा कि छात्रों को केवल किताबी कीड़ा नहीं बनना चाहिए, बल्कि उन्हें अपने समग्र व्यक्तित्व के विकास के लिए काम करना चाहिए। नारायणन ने अन्ना शताब्दी पुस्तकालय में राज्य के पाठ्यक्रम में संशोधन के मकसद से तमिलनाडु द्वारा आयोजित एक उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति और नयी पाठ्यक्रम डिजाइन समिति की बैठक में हिस्सा लिया। बैठक की अध्यक्षता तमिलनाडु के स्कूली शिक्षा मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोई ने की। बैठक से इतर नारायणन ने मूल्य आधारित शिक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया। इसरो प्रमुख ने कहा कि शिक्षा दो प्रकार की होती है। एक बौद्धिक शिक्षा। आप गणित, विज्ञान पढ़ते हैं और उच्च अंक प्राप्त करते हैं लेकिन मूल्य-आधारित शिक्षा में माता-पिता का सरंक्षण, दूसरों का सम्मान,...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.