बदायूं, मार्च 2 -- बरेली-कासगंज रेलमार्ग वर्ष 2015 में ब्रॉडगेज हो गया। लेकिन ब्रॉडगेज होने के बाद ट्रेने बढ़ने के बजाए और कम हो गई। जब मीटरगेज लाइन थी तो बरेली-कासगंज के बीच करीब दर्जन भर से ज्यादा ट्रेनों का संचालन होता था। ट्रेन कम होने से यात्रियों की संख्या में भी काफी कमी आई है। यात्री लगातार इस रूट पर ट्रेने बढ़ाने की मांग कर रहें हैं। वर्ष 2015 में ब्रॉडगेज की सौगात मिलने के बाद स्थानीय लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई थी। लोगों का लगा था कि अब बदायूं भी देश की राजधानी दिल्ली व प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सीधा जुड़ जाएगा। इसके अलावा लोगों द्वारा दक्षिण भारत के लिए लंबी दूरी की ट्रेन की मांग भी लंबे समय से की जा रही है। लोगों की यह उम्मीद ब्रॉडगेज होने के एक दशक बाद भी परवान नहीं चढ़ सकी। ब्रॉडगेज के बाद बरेली-कासगंज के बीच महज पांच जोड...